पटना: बिहार के पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय को वीआरएस लेने के बाद भी जदयू ने बक्सर से चुनाव मैदान में नहीं उतारा, लेकिन इसके बाद भी यहां का विधानसभा चुनाव चर्चा का केंद्र बना हुआ है। वजह यह है कि यहां से भाजपा यानी राजग की तरफ से एक पूर्व सिपाही परशुराम चतुर्वेदी और कांग्रेस के बाहुबली विधायक मुन्ना तिवारी के बीच कांटे की टक्कर हो रही है।
इसके अलावा बक्सर की 4 सीटों में एक डुमरांव से भाकपा माले के अजीत चौधरी भी चुनाव में कड़ी तस्वीर पेश कर रहे हैं, अजीत पूर्व हवलदार के बेटे हैं और बक्सर के कन्हैया कुमार कहे जाते हैं। भाजपा के परशुराम चतुर्वेदी मल्लाहों की बस्ती में गुप्तेश्वर पांडेय और वीआईपी नेताओं के साथ मिलकर जमकर प्रचार कर रहे हैं। परशुराम कहते हैं कि गुप्तेश्वर जी के चरण छूकर आशीर्वाद लेता हूं, वो खुश होकर मुझे प्रेरणा भी देते हैं।
इधर यहीं से कांग्रेस के वर्तमान विधायक और बाहुबली मुन्ना तिवारी भी अपनी जीत को लेकर आश्वस्त हैं। मुन्ना कहते हैं कि कार्यकर्ताओं के लिए लड़ने की वजह से मुझे बाहुबली का तमगा दे दिया गया है। वैसे मैं पिछले 5 सालों से यहां जनता की सेवा कर रहा हूं।
उल्लेखनीय है कि 2015 के चुनाव में यहां के परंपरागत ब्राह्मण वोट पर सेंध लगा कर तिवारी ने ये सीट 11000 वोटों से जीती थी, पर इस बार अजीत चौधरी और परशुराम चतुर्वेदी के उतरने से इस चर्चित सीट में उलटफेर की आशंका व्यक्त की जा रही है। गुप्तेश्वर पांडेय को लेकर बक्सर का चुनाव पहले से ही चर्चित हो गया था। पर अब पूर्व हवलदार और सिपाही के बेटे ने यहां के चुनाव को रोचक बना दिया है।
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