देश भर में आज़ान (Azan)और लाउडस्पीकर (Loudspeaker) को लेकर हल्ला मचा हुआ है विशेषकर ये बवाल भाजपा शासित प्रदेशों में ज़्यादा देखने को मिल रहा है लेकिन बिहार अभी शायद इस शोरगुल से अलग है।
बिहार में लाउडस्पीकर हटाने की मांग को नितीश ने बताया फालतू बात
हालांकि बिहार में भी भाजपा समर्थित सरकार का शासन है और भाजपा के मंत्री, विधायकों और कई अन्य नेताओं ने अपने स्टार पर लाउडस्पीकर का मुद्दा छेड़ा हुआ है। लेकिन राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Bihar CM Nitish Kumar) फालतू बात बता कर इस मुद्दे को मानने से साफ़ इंकार कर रहे हैं।
CM नीतीश कुमार बिहार मंत्रिमंडल में BJP के सहयोगियों के धार्मिक स्थलों (मस्जिदों) से लाउडस्पीकर हटाने की राय का समर्थन नहीं करते हैं। नीतीश कुमार ने शुक्रवार को कहा कि ऐसी माँग फ़ालतू बात है और राज्य में ऐसी माँगों से वो बिलकुल भी सहमत नहीं हैं। किसी का नाम लिए बिना उन्होंने कहा कि जिसको जो कहना है, वो कहे।
लाउडस्पीकर मुद्दे पर नीतीश को मिला तेजस्वी और मांझी का समर्थन
इस मुद्दे पर नीतीश कुमार, को पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम माँझी (Former Chief Minister Jeetan Ram Manjhi)और राजद नेता तेजस्वी यादव (RJD Leader Tejashwi Yadav) का भी साथ मिलता दिख रहा है। माँझी ने कहा कि लाउडस्पीकर और घंटा बजाने से कुछ नहीं होता और ये सब फ़ालतू की बात है। वहीँ तेजस्वी ने इस मुद्दे को बेरोज़गारी से जोड़ते हुए कहा कि जहां भी लाउडस्पीकर हटा वो उच्च न्यायालय के आदेश से हटा लेकिन क्या इसे हटाने से देश में बेरोज़गारी की समस्या हल हो जायेगी?
जीतन राम मांझी के के आवास पर शुक्रवार को इफ़्तार के बाद पत्रकारों से बात करते हुए नितीश कुमार, मांझी और तेजस्वी यादव ने लाउडस्पीकर हटाने के मुद्दे पर अपनी राय राखी। नीतीश मंत्रिमंडल में भाजपा कोटे से खान मंत्री जनक राम ने शुक्रवार को ही ये माँग दोहराते हुए कहा कि मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाया जाना चाहिए। बिहार में इसके पहले भी भाजपा के मंत्री तथा कई विधायक इस माँग का समर्थन करते सुनाई दिए हैं।
भाजपा नेता शाहनवाज़ हुसैन भी लाउडस्पीकर मुद्दे पर बचते दिखे
दूसरी तरफ भाजपा का चर्चित अल्पसंख्यक चेहरा, पार्टी के ही वरिष्ठ नेता और नीतीश मंत्रिमंडल में उद्योग मंत्री शाहनवाज़ हुसैन Shahnawaz Hussain) का मानना है कि लाउडस्पीकर को किसी धर्म से जोड़ने की आवश्यकता नहीं हैं क्योंकि उसके ईजाद होने से पहले भी लोग पूजा और अजान दोनो करते थे।
हाल के दिनों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजद नेता तेजस्वी यादव को कई मौक़ों गया है और दोनों प्रेम और सम्मान भी साफ़ झलका है। अब लाउडस्पीकर जैसे जवलंत मुद्दे पर भी दोनों का एक साथ खड़ा होना निश्चित रूप से भाजपा के ध्रुवीकरण की राजनीति को झटका है।
न्यायधीशों और मुख्यमंत्रियों के सम्मलेन से नीतीश कुमार रहे गैरहाज़िर
CM नीतीश ने बीते 10 दिनों में आधे दर्जन से ज्यादा इफ़्तार पार्टियों में शामिल होकर राजनितिक गलियारों के साथ साथ आम जनमानस को भी एक संदेश भी भेजा है कि फ़िलहाल वो भाजपा के एजेंडे से वो कोसों दूर हैं। आज दिल्ली में चल रहे उच्च नयायालों के मुख्य न्यायधीशों और मुख्यमंत्रियों के सम्मलेन से नितीश कुमार की गैर हाज़री को भी राजनितिक हलकों में अचम्भे और मायनेखेज तरीके से देखा जा रहा है।
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