गुजरात विधानसभा (Gujarat Assembly Polls 2022) चुनाव ख़त्म हो चुके हैं और अब वहां एक बार फिर भाजपा (BJP) अपनी सरकार बनाने में सफल रही है। गुजरात में भाजपा ने इस बार पहले से भी ज़्यादा सीट हासिल की है जिसके परिणामस्वरूप कांग्रेस (Congress) मात्र 19 सीटों पर सिमट कर रह गई है, जबकि पिछली बार 2017 में कांग्रेस को 78 सीटों पर जीत मिली थी।
इस बार के विधानसभा चुनाव में एक और महत्वपूर्ण तथ्य सामने आया है कि 182 सीटों वाली गुजरात विधानसभा में एक मात्र मुस्लिम विधायक ही चुन कर विधानसभा पहुँचने में सफल हो पाया, जबकि पिछली बार ये संख्या 3 थी, जिसमे से कांग्रेस के 2 सिटींग विधायक अपनी सीट बचा पाने में असफल रहे हैं।
गुजरात में मुसलमानो की आबादी 9.67% है, बावजूद इसके इस बार सिर्फ एक ही मुस्लिम विधायक बन पाया जिनका नाम इमरान खेड़ावाला (Imran Khedawala) है जो की कांग्रेस पार्टी के विधायक हैं। कांग्रेस ने इस बार के विधानसभा चुनाव में 6 मुस्लिमों को उतारा था जिनमे से 5 हार गए।
जीते हुए एकमात्र मुस्लिम विधायक ने मुसलमान प्रत्याशियों की इस दुर्दशा के लिए असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Ovaisi) की AIMIM और अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) की आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) को ज़िम्मेदार ठहराया है।
इमरान खेड़ावाला का कहना है कि ओवैसी को तो देश के बड़े-बड़े उलेमाओं ने समझाने की बहुत कोशिश की ताकि वो कुछ सीटें छोड़ दें, लेकिन ओवैसी ने किसी की एक न सुनी। बल्कि ओवैसी की पार्टी ने हर वो कोशिश किया जिससे की चुनाव में कांग्रेस के मुस्लिम और अन्य कैंडिडेट्स की हार सुनिश्चित हो सके।
चुनाव पूर्व ही ये अंदाज़ा लगाया जा चूका था कि केजरीवाल और ओवैसी के गुजरात के चुनावी दंगल में उतरने से विधानसभा में न सिर्फ मुसलमानो का प्रतिनिधित्व कम होने वाला है, बल्कि इसका सीधा नुकसान कांग्रेस पार्टी को होगा। जब चुनाव परिणाम की घोषणा हुई तो लोगों की ये आशंका हकीकत में तब्दील हो चुकी थी। कांग्रेस की सीटें काम होने का सीधा फायदा भाजपा को मिलना था और मिला भी भाजपा को पहले के मुक़ाबले कहीं अधिक सीटें प्राप्त हुई।
कांग्रेस विधायक इमरान खेड़ावाला ने कहा कि मेरी सीट पर ओवैसी ने 15 दिनों तक धुंआधार प्रचार किया, मंच से दुआएं की, मस्जिदों में भी गए, ताकि मेरे खिलाफ हवा बन सके, लेकिन मैंने पिछले 5 साल में जो काम अपने इलाक़े में किया था और खासकर कोरोना काल में जो काम किया, लोगों ने उसे याद रखा और मैं 13,658 वोटों के अंतर से जीत हासिल करने में कामयाब रहा।
इमरान खेड़ावाला ने ये भी दावा किया कि ओवैसी की पार्टी एमआईएम के गुजरात इकाई के अध्यक्ष साबिर काबलीवाला ने खुद यह बात जनता के बीच में कही थी कि भाजपा उन्हें अपना समर्थन देती है। इमरान ने कहा कि इस बार के चुनावी नतीजे से ये बात पूरी तरह साफ़ भी हो गई। इमरान ने पूछा कि अब AIMIM और भाजपा के बीच के अंदरूनी गठबंधन के इससे बड़े क्या सबूत हो सकते हैं, कि खुद उसके प्रदेश अध्यक्ष इस बात को मान रहे हैं।
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